जानिए जीरा खाने के फायदे 12 , उपयोग और नुक्सान | Know the 12 benefits of eating cumin seeds , its uses and disadvantages

भारत वर्ष में जीरा का उपयोग लगभग हर घर में होता हैं. जीरा एक सुगंधित मसाला हैं , इसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार में व्यंजन के स्वाद को बढ़ाने में किया जाता हैं | जैसे जीरा चावल बहुत पसंद किया जाता हैं | | जीरा औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है और सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद भी है.  जो न सिर्फ खाने का स्‍वाद बढ़ाता बल्‍कि वजन को भी कंट्रोल करने में मदद करता है. अगर इसे सुबह खाली पेट पानी में भिगोकर पीया जाए तो मोटापा दूर रहता है. जीरा का उपयोग एशिया व यूरोप का कई देशो में भी किया जाता हैं | भारत में जीरे की लगभग 80 प्रतिशत खेती राजस्थान एवं गुजरात में की जाती है।

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जीरा क्या है – What is Cumin in Hindi

जैसा कि हम जानते हैं की जीरा एक प्रकार का मसाला हैं | यह भोजन को स्वादिष्ट बनाता है |  इसकी महक से डाइजेस्टिव एंजाइम सक्रिय हो सकते हैं। इससे मुंह में सलाइवा का निर्माण होने लगता है भूख बढ़ सकती है। भोजन बनाने में जीरा का उपयोग साबुत बीज और पाउडर, दोनों ही रूपों में किया जाता है|

जीरा को इंग्लिश में क्या बोलेंगे

जीरे को अंग्रेजी में Cumin or Cumin Seeds कहते हैं |

जीरे की तासीर कैसी होती हैं

जीरे की तासीर गर्म होती है।  इसलिए किसी भी नुकसान से बचने के लिए गर्भवतियों को जीरे का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए।

जीरा का औषधि के रूप में उपयोग

जीरा औषधि गुणों से भरपूर होता है इसलिए जीरे का सेवन, सेहत के लिए अत्यंत गुणकारी एवं लाभकारी होता है। जीरा का उपयोग खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि कई शारीरिक बीमारियों से बचाव के लिए भी किया जाता हैं। खाली पेट जीरा खाना कई शारीरिक समस्याओं को दूर कर, शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से खाली पेट जीरा खाने के फायदे के बारे में।

अन्य भाषाओं में जीरा के नाम

जीरे को हिंदी में जीरा, संस्कृत में जरणा, बहुगन्धा व कृष्णजीरा, कश्मीर में गुन्यान, तमिल में शिरूगम, पंजाबी में जीरासीयाह, मराठी में जीरेगिरे, गुजराती में जीराउत्मी और उर्दू में जीराह कहा जाता हैं।

जीरे में पाए जाने वाले पोषक तत्व

जीरे में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, आयरन, कॉपर और जिंक के साथ विटामिन-ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन-सी और विटामिन-ई जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

खाली पेट जीरा खाने के फायदे (Benefits of eating Cumin on an empty stomach in hindi)

क्या जीरे से वजन कम होता है

आयुर्वेद के अनुसार नियमित रूप से खाली पेट जीरे का सेवन, वजन को कम करने में मदद करता हैं। दरअसल खाली पेट जीरा खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, जो वजन को कम करने में सहायक होता हैं।

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क्या जीरे से इम्‍यूनिटी बूस्‍ट होती हैं

जीरा इम्‍यूनिटी बूस्‍टर का काम भी करता है। जीरे को खाली पेट रोजाना खाने से प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्‍यूनिटी लेवल बढ़ता हैं इसलिए वर्कआउट करने से पहले जीरा जरूर खाएं। जीरा खाने से बॉडी लंबे समय तक हाइड्रेटेड रहती है।

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जीरा खाने से पेट दर्द व पेट अन्य की समस्या दूर होती हैं

खाने से एक घंटा पहले एक गिलास पानी पीने से पाचन में सहायता मिलती है

पाचन स्वास्थ्य के लिए खाली पेट जीरा खाना फायदेमंद होता हैं। दरअसल जीरे में मौजूद फाइबर पाचन में सुधार कर, भोजन को अच्छे से पचाने का कार्य करता हैं और पाचन तंत्र को स्वस्थ व मजबूत बनाए रखने में सहायक होता हैं। इसके अलावा फाइबर कब्ज, अपच और गैस जैसे अन्य पेट समस्याओं को भी दूर करता हैं।

जीरा खाने से त्वचा क्या लाभ मिलता हैं

त्वचा को स्वस्थ एवं सुन्दर बनाएं रखने के लिए नियमित रूप से रोजाना खाली पेट गर्म पानी के साथ जीरा खाएं। जीरे में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य करते है और त्वचा को अंदर से साफ कर, ग्लोइंग बनाने में मदद करते है। इसके अलावा यह त्वचा पर पड़ रही झुर्रियों को भी दूर करते हैं।

जीरा से डायबिटिज में क्या लाभ हैं

जीरा से डायबिटीज को नैचुरल तरीके से करें कंट्रोल

जीरे में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर, उसे सामान्य रखने में मदद करते हैं। अगर आप लगातार 10 दिनों तक सुबह खाली पेट जीरे का सेवन करते हैं तो यह रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को सामान्य कर देता हैं और मधुमेह रोग ( डायबिटीज ) से बचाव करने में नैचुरल तरीके सहायक होता हैं।

जीरा का उपयोग सामान्य सर्दी, खांसी और जुकाम में

सामान्य मौसमी बुखार जैसे सर्दी, खांसी और जुकाम से शरीर को बचाने के लिए नियमित रूप से खाली पेट जीरे का सेवन करें। दरअसल जीरे में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो सर्दी-खांसी और जुकाम जैसे सामान्य मौसमी बुखार से शरीर को बचाते हैं।

गर्भावस्था के दौरान जीरा का सेवन

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जिस कारण गर्भवती महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में खाली पेट जीरे का सेवन, उन सभी समस्याओं से छुटकारा दिला सकता हैं ।

 एनीमिया में जीरे के पानी के फायदे

हमारे शरीर में आयरन की कमी व कई अन्य कारणों से एनीमिया यानी खून की कमी की समस्या हो सकती है। जिसकी वजह से शरीर कमजोर होने लगता है, चक्कर भी आने लगते हैं| इस समस्या के निवारण में जीरा का सेवन किया जा सकता है। दरअसल, जीरा में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है, जो आयरन की कमी से होने वाली एनीमिया की समस्या से बचाव कर सकता है

बवासीर या पाईल्स के घरेलू उपचार के लिए जीरे का प्रयोग

बादी बवासीर में दर्द और जलन होने पर जीरे के दानों को पानी के साथ पीसकर लेप बना लें। इसे मस्सों वाली जगह पर लगाएं।

खूनी बवासीर में जीरे को भूनकर मिश्री के साथ पीस लें। इसे दिन में 2-3 बार 1-2 ग्राम की मात्रा में मट्ठे के साथ लें।

जोड़ों में दर्द के लिए जीरे के फायदे

हड्डियों और जोड़ों का दर्द दूर करने में नियमित रूप से जीरा का सेवन मदद कर सकता है। वास्तव में, जीरे में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही इसके एथनॉलिक अर्क में एनाल्जेसिक गुण पाया जाता है, जो दर्द से राहत दिला सकता है

काले जीरा के तेल की मसाज से घुटनों का दर्द कम हो सकता है

यह बुजुर्गों को होने वाले ऑस्टियोअर्थराइटिस (गठिया का एक प्रकार) को कम कर सकता है।

वास्तव में इसमें थाएमोक्विनोन (Thymoquinone) तत्व होता है, जो सूजन और दर्द को कम कर सकता है

मासिक धर्म में जीरा के लाभ

मासिक धर्म के समय कई महिलाओं को पेट में ऐंठन, दर्द और मतली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी परीस्थिति में पौष्टिक आहार लेने के साथ-साथ जीरे का सेवन लाभदायक हो सकता हैं |

बालों के लिए जीरे के फायदे

डैंड्रफ एक आम समस्या है, जिससे निपटने के लिए एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी उपचार की जरूरत होती है|
इस मामले में जीरे का एसेंशियल ऑयल एक कारगर घरेलू उपचार हो सकता है, जो एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है|
यह ध्यान देने वाली बात हैं कि जीरा जरूरी तेल लगाने से धूप में न जाएं, क्योंकि ऐसा करने से त्वचा में संवेदनशीलता आ सकती है।

जीरा के नुकसान क्या है ? (What are the Side-Effects of Cumin (Jeera) in Hindi)

जीरा खाने के फायदे तो बहुत है लेकिन अत्यधिक उपयोग करने से कुछ नुकसान हो सकता है। जैसा की आपको पता है जीरा भारतीय भोजन का अहम हिस्सा है जो भोजन में उपयोग किया जाता है। जीरा के बिना भोजन करना लोगो के लिए असंभव हो जाता है।

लेकिन जीरा का अत्यधिक उपयोग नुकसानदायक हो सकता है।

जीरे का अधिक सेवन पाचन संबंधित समस्या हार्टबर्न का कारण हो सकता है।

जीरे का अधिक सेवन ढकार की समस्या आ सकती है।

गर्भवती महिला को जीरे का सेवन कम करना चाहिए। जीरे का अधिक सेवन भ्रूण को नुकसान पंहुचा सकता है।

अगर किसी को जीरे से एलर्जी है या कोई पहली बार जीरे का सेवन कर रहा है, तो थोड़ी सी सावधानी के साथ इसका सेवन करें, क्योंकि इससे त्वचा पर एलर्जी होने का डर रहता है।

अत्यधिक सेवन से रक्तस्राव का खतरा पैदा कर सकता है।

काले जीरे के तेल का ज्यादा उपयोग करने से हल्का जहरीला हो सकती है।

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जीरा खाने का सही तरीका क्या है ?

जीरा को पानी में उबालकर चाय के रूप में किया जाता है।

जीरा का उपयोग सुप, अचार, सॉस बनाने के लिए किया जाता है।

भारतीय घरो में दाल रोजाना पकाई जाती है तड़के के लिए जीरे का उपयोग किया जाता है।

जीरा सब्जी व चावल में डालकर उपयोग किया जाता है। जीरा में घी मिलाकर चावल को बनाते है जिसे जीरा चावल बोलते है।

जीरे का उपयोग – How to Use Cumin in Hindi

जीरा खाने के फायदे और जीरे के गुण जानने के साथ ही इसका उपयोग करने का तरीका पता होना भी जरूरी है। इसी वजह से हम नीचे जीरा का उपयोग और सेवन करने के विभिन्न तरीकों के बारे में बता रहे हैं।

1. जीरे की चाय

जीरा का उपयोग चाय या जीरे का काढ़ा बनाने के लिए कर सकते हैं। दो से तीन कप पानी में एक चम्मच जीरा डालकर उबाल दें। जब पानी पीला हो जाए, तो गैस बंद करके कुछ देर बाद इसका सेवन करें।

2. दाल में तड़का लगाने के लिए

दाल बनाते समय उसमें जीरे का तड़का लगा सकते हैं। इससे न सिर्फ दाल से सुगंध आएगी, बल्कि दाल का स्वाद भी बढ़ जाएगा।

3. सब्जी बनाने में

सब्जी बनाने से पहले जीरे का तड़का लगाया जाए, तो सब्जी का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है।

4. जीरा राइस

चावल में जीरा डालकर भी बनाया जा सकता है, जिसे जीरा राइस कहा जाता है।  इसे न सिर्फ बनाना आसान है, बल्कि यह स्वादिष्ट भी होता है। ब्राउन राइस से भी जीरा राइस बनाया जा सकता है।

5. अचार में

अचार बनाते समय भी जीरा का उपयोग किया जाता है। इससे अचार का स्वाद और बढ़ जाता है।

6. पंच फोरन

जीरे का उपयोग बंगाली मसाला मिश्रण तैयार करने के लिए भी किया जाता है, जिसे ‘पंच फोरन’ के नाम से जाना जाता है। यह मूल रूप से कलौंजी, सरसों के बीज, मेथी के बीज, सौंफ के बीज और जीरा का मिश्रण होता है। इस मसाले का उपयोग कई व्यंजनों में किया जाता है।

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जीरे का उपयोग जानने के बाद आगे हम जीरा का पानी बनाने का तरीका जानेंगे।

जीरा का पानी बनाने की विधि

जीरा का पानी पीना भी स्वास्थ्य लाभ पाने का एक बहुत अच्छा तरीका है। इसी वजह से आगे हम घर में जीरा पानी बनाने की विधि बता रहे हैं –

सामग्री :

  • एक गिलास पानी
  • दो छोटे चम्मच जीरा

विधि :

  • एक बर्तन में पानी और जीरा डाल लें।
  • अब इसे करीब 5 से 7 मिनट तक मध्यम आंच में उबालें।
  • जैसे ही पानी पीला होने लगें, तो आंच को बंद कर दें।
  • थोड़ी देर बाद इसे पी लें।
  • वैकल्पिक रूप से रातभर पानी में जीरा डालकर रखें।
  • सुबह इसे छानकार पीला पानी पी लें।
  • इसे जीरे का पानी, जीरा की चाय और काढ़ा भी कहा जाता है।

अब सवाल उठता है कि जीरा को लंबे वक्त तक कैसे स्टोर किया जाए। आगे हम इसी बारे में बता रहे हैं। 

जीरा पानी बनाने के दो तरीकों से करें इस्तेमाल

हम आपको जीरा का पानी पीने के दो तरीके बताएंगे. इसे पीने के दो तरीके आपके काम आ सकते हैं.

जीरा पानी और दालचीनी पाउडर

पहला तरीका है जीरा पानी और दालचीनी

दालचीनी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है जो ग्लूकोज के लेवल को स्थिर करता है और मुक्त कणों को शरीर से बाहर निकालता है. जीरे को पानी में पूरी रात भिगो कर रख दें. इस पानी का सेवन करने से पहले इसमें चुटकी भर दालचीनी पाउडर मिला लें और इसका सेवन करें.आप देखेंगे आपका वजन कम होने लगा है.

जीरा पानी और मेथी दाना

दूसरा तरीका है जीरा पानी में मेथी दाना

इन दोनों को आंच पर कुछ देर तक उबालें. फिर  इसके बाद इस पानी को छानकर पी लें. मेथी हार्मोनल परेशानियों को दूर करती है और पाचन को सुधारता है. इससे वजन घटाने में आसानी होती है.

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अब सवाल यह उठता है कि जीरा को लंबे समय तक कैसे स्टोर किया जाए। आगे हम लोग इसी के बारे में जानेंगे । 

जीरे का चयन और लम्बे समय तक सुरक्षित रखने का तरीका

जीरा या जीरा पाउडर बाजार में हर जगह उपलब्ध है। बहुत से लोगों को पता ही नहीं होता कि सही जीरे का चुनाव कैसे करें और उसे सही तरीके से कैसे रखा जाए कि वह ज्यादा दिनों तक ठीक रहे। यहां हम इसी बारे में बता रहे हैं।

  • जीरे के पाउडर की जगह साबुत बीजों का उपयोग करे, क्योंकि जीरे के पाउडर में अन्य मसालों का मिश्रण हो सकता है।समय के साथ-साथ इसका स्वाद और सुगंध कम हो सकती है।
  • अगर जीरा पाउडर की जरूरत है, तो घर में ही साबुत जीरे से पाउडर बनाया जा सकता है। इसमें न मिलावट का डर होगा और जरूरत के हिसाब से बनाने की वजह से खराब होने का भय भी नहीं रहेगा।
  • अन्य सूखे मसालों की तरह जीरा भी ऑर्गेनिक को प्राथमिकता दे।
  • अगर अच्छी गुणवत्ता के जीरा पाउडर को रगड़ा जाए, तो उसमें से अच्छी खुशबू आती है।
  • अगर खुला साबुत जीरा ले रहे हैं, तो ध्यान दें कि वो टूटे न हो। साथ ही उसमें मॉइस्चर न हो।
  • पैकेट वाले जीरे की पैकिंग और एक्सपायरी डेट दोनों चेक करें।
  • जीरा और जीरा पाउडर को खरीदने के बाद अंधेरे और सूखे स्थान पर एयर टाइट कंटेनर में रखें।
  • भूनकर अगर जीरे का पाउडर बनाया है, तो इसे भी एयर टाइट कंटेनर में डालें और फ्रिज में रख दें। यह तीन से चार दिनों तक फ्रेश रहता है, लेकिन इसे जल्दी इस्तेमाल करें वरना इसका स्वाद कम हो सकता है।

ध्यान रखें कि यह किसी गंभीर रोग का इलाज नहीं है। किसी भी गंभीर स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। चलिए, अब आगे जीरा से संबंधित पाठकों के मन में आने वाले कुछ सवालों के जवाब जान लेते हैं।

FAQ

Q. जीरे के फायदे क्या है?

A. जीरा एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सिडेंट है और साथ ही यह सूजन को करने और मांसपेशियों को आराम पहुचांने में कारगर है. इसमें फाइबर भी पाया जाता है और यह आयरन, कॉपर, कैल्शियम, पोटैशियम, मैगनीज, जिंक व मैगनीशियम जैसे मिनरल्स का अच्छा सोर्स भी है. इसमें विटामिन ई, ए, सी और बी-कॉम्प्लैक्स जैसे विटामिन भी खासी मात्रा में पाए जाते हैं

Q. जीरे का पानी कब पीना चाहिए?

A. जीरे का पानी का सही समय
1. सुबह खाली पेट पानी में भिगोकर पीया जाए तो मोटापा दूर रहता है
2. सोने से लगभग दो घंटे पहले
3. खाने से एक घंटा पहले

Q. क्या जीरा खाने से वजन कम होता है ?

A. आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि हर रोज एक चम्मच जीरा खाने से तीन गुना तेजी फैट से कम होता है. फैट कम होगा तो आपका वजन भी कम हो जाएगा. 
जीरा पानी शरीर को डिटॉक्स (Detox) भी करता है. इसका सेवन शरीर में मौजूद विषैले टॉक्सिंस को बाहर निकालता है, जिससे एक्स्ट्रा फैट बर्न होता है

Q. सोने के लिए क्या जीरा फायेदेमंद हैं?

A. सोने से लगभग दो घंटे पहले पीने से आपको अच्छी नींद आती है

Q. जीरा कैसे डायबिटिज कन्ट्रोल करने में मदद करता है?

A. जीरा एक एंटीडायबिटिक मसाला है। इसमें थाइमोक्विनोन नाम का एक सक्रिय रासायनिक घटक होता है, जो पैनक्रीज की बी-सेल्स को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। यह शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में भी मदद करता है, जिससे आपके ब्लड ग्लूकोज को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है।

Q. जीरा का वैज्ञानिक नाम क्या है?

A. जीरा का वैज्ञानिक नाम क्यूमिनम सायमिनम (Cuminum Cyminum) है। इसके बारे में हम लेख में ऊपर बता चुके हैं।

Q. सफेद तिल और जीरा मिलाकर खाने से क्या फायदा हो सकता है?

A. सफेद तिल और जीरा खाने के फायदे स्पष्ट नहीं हैं।

Q. क्या जीरा और शहद साथ में ले सकते हैं?

A. हां, जीरा और शहद को एक साथ ले सकते हैं। लेकिन, जीरा और शहद के फायदे शरीर को तभी होते हैं, जब जीरा पानी में शहद डालकर लिया जाए। इसके अलावा, भूने हुए जीरे में भी हल्का सा शहद डालकर खा सकते हैं

Q. क्या जीरा को सुबह खाली पेट लिया जा सकता है?

A. कुछ लोग पाचन को बेहतर बनाने के लिए इसे भूनकर पाउडर के रूप में सुबह चुटकी भर खाते हैं। वहीं, शोध की मानें तो इसे सुबह खाली पेट जीरा पानी के रूप में लिया जा सकता है। इसके शरीर को कई फायदे हो सकते हैं । खासकर, नींबू मिलाकर जीरा पानी का सेवन करने से मोटापे को भी नियंत्रित किया जा सकता है

Q. जीरा खाने से कौन सी बीमारी होती है?

A. जीरे के अधिक इस्तेमाल से लीवर खराब होने की आंशका बढ़ जाती है. लोगों को अकसर खट्टी डकार की समस्या हो जाती है. बता दें खाने के अलावा ज्यादा जीरा के खाने से भी खट्टी डकार आने लगती है. इसलिए जीरे का इस्तेमाल न ज्यादा न बहुत कम उतना ही करना चाहिए जिससे आपकी सेहत पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े

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