Arjuna Bark: आयुर्वेद के अनुसार अर्जुन का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर है। अर्जुन के पेड़ के पत्ते, फल, जड़ और छाल सभी किसी न किसी बीमारी के इलाज के लिए उपयोग किए जाते हैं। लेकिन अर्जुन की छाल का सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है।
आयुर्वेद में किसी भी बीमारी का इलाज प्राकृतिक तरीके से किया जाता है। इसके लिए विभिन्न प्रकार के पौधों का उपयोग किया जाता है। इसमें अर्जुन वृक्ष भी शामिल है।
दूध में अर्जुन की छाल मिलाकर पीने के फायदे- Arjuna Bark Boiled with Milk Benefits in Hindi
अर्जुन की छाल ( Arjuna Bark) हृदय रोगों का जोखिम कम करे
अर्जुन की छाल में एंटीऑक्सिडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल जैसे विभिन्न औषधीय गुण पाए जाते हैं। अर्जुन की छाल के ये सभी गुण हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। अर्जुन की छाल एनजाइना जैसी हृदय समस्या में भी उपयोगी साबित हो सकता है। एनजाइना सीने में दर्द, सीने में जलन, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। ऐसे में अगर अर्जुन की छाल को दूध में उबालकर पिया जाए, तो इससे समस्या में आराम मिल सकता है।
हार्ट मसल्स को मजबूत बनाए
अर्जुन की छाल हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने में भी मदद कर सकती है। अर्जुन की छाल को दूध में उबालने से हृदय की कार्यप्रणाली बेहतर होती है। यह हृदय स्वास्थ्य में बाधाओं को दूर करता है और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है।
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए अर्जुन की छाल ( Arjuna Bark ) काफी फायदेमंद मानी जाती है। अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है, तो आप इसे नियमित रूप से शाम को पी सकते हैं। इससे आपको अपने रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
डायरिया का इलाज करे
अर्जुन की छाल दस्त के इलाज में भी मददगार साबित हो सकती है। दरअसल, अर्जुन की छाल में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं, जो सूक्ष्मजीवों के कारण होने वाले आंतों के संक्रमण को ठीक कर सकते हैं। अर्जुन की छाल शरीर से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की अत्यधिक हानि को रोकने में कारगर हो सकती है। इसलिए अगर आपको दस्त हो रहे हैं तो आप अर्जुन की छाल को दूध में उबालकर ले सकते हैं।
फेफड़ों की समस्याएं ठीक करे
अर्जुन की छाल (Arjuna Bark) फेफड़ों से संबंधित समस्याओं जैसे संक्रमण, खांसी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के खतरे को कम कर सकती है। अर्जुन की छाल के सेवन से खांसी का इलाज संभव है। लेकिन अगर फेफड़ों की कोई गंभीर समस्या है तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
यूटीआई का इलाज करे
अर्जुन की छाल में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण यूटीआई के इलाज में मददगार साबित हो सकते हैं। अगर आपको बार-बार यूटीआई होता है तो आप अर्जुन की छाल का सेवन कर सकते हैं।
त्वचा के लिए फायदेमंद
अर्जुन की छाल त्वचा की समस्याओं जैसे एक्जिमा, सोरायसिस, खुजली और रैशेज के इलाज में भी मदद कर सकती है। इसके लिए आप अर्जुन की छाल को दूध में उबालकर ले सकते हैं या फिर इसके लेप को त्वचा पर भी लगा सकते हैं।
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अर्जुन की छाल (Arjuna Bark) को दूध में कैसे उबालें?
आप एक गिलास दूध लें। इसमें अर्जुन की छाल का एक टुकड़ा या अर्जुन की छाल का पाउडर डालकर अच्छी तरह उबाल लें। आप चाहें तो इसमें थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं। अब एक गिलास दूध या पानी को इतना उबालें कि वह आधा हो जाए। इसके बाद आप अर्जुन की छाल और दूध के मिश्रण को छानकर पी सकते हैं।
दूध के साथ अर्जुन की छाल लेने का सही समय क्या हैं
आप अर्जुन की छाल (Arjuna Bark) को दूध में उबाल कर ले सकते हैं। आप अर्जुन की छाल को दिन में 1-2 बार ले सकते हैं। लेकिन शाम का समय यानि 4-5 बजे अर्जुन की छाल और दूध एक साथ लेने का सबसे अच्छा समय है। लेकिन आपको एक दिन में 5 ग्राम से ज्यादा अर्जुन की छाल का सेवन करने से बचना चाहिए।
FAQ
Q1: अर्जुन की छाल के क्या क्या फायदे हैं?
Ans: दिल की सेहत को दुरुस्त करता है: दिल के रोगों से बचने के लिए अर्जुन की छाल का सेवन बेहद उपयोगी है। अर्जुन की छाल का सेवन उसका काढ़ा बनाकर कर सकते हैं। अर्जुन का काढ़ा खून को पतला करता है। इससे ब्लड वेसल्स, आर्टरीज में ब्लॉकेज की समस्या नहीं होती है।
Q2: अर्जुन की छाल कब पीना चाहिए?
Ans: अर्जुन की छाल 100 ग्राम ले कर 500 मिली पानी में पकाये 200 मिली रहने पर उतार ले और हर रोज़ सुबह शाम 10-10 मिली ले। इस से खून में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल कम हो जायेगा, खून के धक्के साफ़ हो जायेंगे, ब्लड प्रेशर सही हो जायेगा और ANGIOPLASTY की नौबत नहीं आएगी। अर्जुन के सेवन से अलसर में भी आशातीत लाभ होता हैं।
Q3: अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से क्या फायदा होता है?
Ans: पेशाब की रुकावट दूर करने में
अर्जुन वृक्ष की छाल से बना हुआ काढ़ा पीने से पेशाब की रुकावट दूर होती है. इसके लिए अर्जुन वृक्ष की छाल को पीसकर दो कप पानी में उबालें जब जब पानी आधा रह जाए तो इसे ठंडा होने के बाद रोगी को पिलाएं.
Q4: अर्जुन की छाल कितने दिन तक पीनी चाहिए?
Ans: अर्जुन की छाल कितने दिन तक पीनी चाहिए?
यूरीन की रुकावट दूर करने में अर्जुन की छाल का दूध या काढ़ा फायदेमंद है। साथ ही अगर आपको यूरिन का मार्ग में किसी तरह का इनफेक्शन है तब भी ये फायदेमंद है। इसके लिए छाल को पीसकर दो कप पानी में उबालें जब जब पानी आधा रह जाए तो इसे ठंडा होने के बाद पिएं।
Q5: अर्जुन की छाल से खून पतला हो जाता है क्या?
Ams: हृदय रोगों के लिए अर्जुन की छाल (arjuna Bark For Heart)
आपको रोजाना एक चम्मच अर्जुन की छाल के पाउडर का सेवन गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं, जिससे आपका दिल सुरक्षित रहेगा।
Q6: अर्जुन की छाल का इस्तेमाल कैसे करें?
Ans: कब करना चाहिए इसका इस्तेमाल
जब आपके दिल की सामान्य धड़कन 72 से बढ़कर 150 से ऊपर हो जाए तो आपको एक गिलास टमाटर के रस में 1 चम्मच अर्जुन की छाल का चूर्ण मिला लेना चाहिए और उसका सेवन करना चाहिए, जो आपको तुरंत लाभ पहुंचाने में मदद करता है।
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